Tuesday, 25th December, 2018 -- A CHRISTIAN FORT PRESENTATION

Jesus Cross

क्रिस्मस (हम सब का ‘बड़ा दिन’) संबंधी कुछ दिलचस्प तथ्य



* ‘क्रिस्मस’ शब्द ‘क्राईस्ट’ के ‘क्रिस’ व शब्द ‘मास’ को मिला कर बना है। ‘मास’ का अर्थ ‘परमेश्वर के प्रीति भोज हेतु इकट्ठे हो कर प्रार्थना करना’ होता है। वैसे ‘क्राईस्ट’ शब्द को ग्रीक अर्थात यूनानी भाषा में अंग्रेज़ी के अकेले अक्षर ‘एक्स’ से भी लिखते है; इसी लिए प्राय‘ ‘एक्समस’ लिखने का रिवाज भी है।

* अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिल पाया है कि हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह सचमुच 25 दिसम्बर को ही पैदा हुए थे।

Pope Julius-I * सन् 350 ई. में सब से पहले रोम के बिशप व पोप जूलियस-1 ने यीशु मसीह के जन्म-दिन का सुअवसर 25 दिसम्बर को क्रिस्मस के त्यौहार के तौर पर मनाने की घोषणा की थी। वैसे पहली बार क्रिस्मस का पर्व 336 ई. में रोम में मनाया गया था। उससे पूर्व यह जन्म-दिन मसीही लोग अपने-अपने हिसाब से जब भी कभी दिसम्बर व जनवरी के माह में सख़्त सर्दी पड़ती, तभी मना लेते थे। परन्तु विश्व में कई शताब्दियों तक 25 दिसम्बर को यीशु मसीह के जन्म दिन के तौर पर मान्यता नहीं मिल पाई थी।

* अमेरिका में सब से पहले 25 दिसम्बर को क्रिस्मस के जशन 1836 ई. में अलबामा राज्य में मनाए गए थे।

* अमेरिका में 26 जून, 1870 को पहली बार क्रिस्मस के सुअवसर पर अधिकृत अवकाश (छुट्टी) की घोषणा की गई थी।

* ओकलाहोमा अमेरिका का ऐसा राज्य था, जिसने सब से अंत में 1907 में क्रिस्मस के सुअवसर पर अवकाश की घोषणा की थी।

* अमेरिका में प्योरटिन मसीही समुदाय ने 1659 से लेकर 1681 तक 25 दिसम्बर को क्रिस्मस का पर्व मनाने पर पूर्णतया प्रतिबन्ध लगा दिया था, क्योंकि यह समुदाय समझता था कि यह दिन रोमन कैथोलिक मसीही समुदाय ने घोषित किया है।प्योरिटन तब वास्तव में कैथोलिक मसीही भाईयों को अपना कट्टर दुश्मन मानते थे। तब अमेरिका में यदि कोई परिवार 25 दिसम्बर को क्रिस्मस मनाता हुआ पाया जाता था, तो उसे 5 शिलिंग जुर्माना कर दिया जाता था।

* स्कॉटलैण्ड की संसद ने 1640 ई. सन् से लेकर 1958 तक क्रिस्मस मनाने पर प्रतिबन्ध लगा कर रखा था।

* 25 दिसम्बर को क्रिस्मस मनाने की घोषणा करने के पीछे कई कारण थे; जैसे कि यीशु मसीह से पूर्व 17 दिसम्बर से लेकर 23 दिसम्बर तक सैचुरनेलिया पर्व मनाया जाता था, 1 से 5 जनवरी तक कालेन्द मनाया जाता था, इसी प्रकार 25 दिसम्बर को ड्यूस सोल इनविक्टस अर्थात अजेय सूर्य का जन्म दिन मनाने का रिवाज था। मसीही चर्च ने विश्व के विभिन्न भागों में यीशु मसीह से पूर्व प्रचलित ऐसे सभी प्राचीन त्यौहार मनाने बन्द कर दिए थे। यीशु मसीह के आगमन के पश्चात् जब वे सभी लोग मसीही हो गए तो उन सब ने भी इन दिनों में ऐसे सभी प्राचीन पर्व मनाने बन्द कर के केवल एक ही पर्व क्रिस्मस मनाने का निर्णय लिया था।

* विश्व में सब से पहली बार क्रिस्मस वृक्ष प्रोटैस्टैंट मसीही सुधारक मार्टिन लूथर (1483-1546) ने सजाया था। वह एक फ़र वृक्ष की शाखाओं के मध्य सितारों जैसे चमक रहीं ओस की बून्दों की सुन्दरता को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए थे। वह उस सदाबहार वृक्ष को अपने घर ले आए थे और उसे अपने बच्चों की पेन्टिंग्स व मोमबत्तियों से सजाया था। वैसे प्रकाशित प्रमाण अनुसार पहला क्रिस्मस वृक्ष 1531 में जर्मनी में सजाया गया था।

* जर्मनी के जर्मनी के लोगों ने सब से पहला औपचारिक क्रिस्मस वृक्ष बतख के पंखों को सुखा कर बनाया था।

* पहले सेबों से क्रिस्मस वृक्ष सजाने का रिवाज बहुत अधिक प्रचिलत था।

Spider Christmas Tree * पोलैण्ड देश में आम तौर पर मकड़ी के जालों द्वारा क्रिस्मस वृक्ष बनाने व सजाने का रिवाज है; क्योंकि वहां पर एक कथा प्रचलित है कि जब यीशु मसीह जन्म के समय चरनी में लेटे हुए थे, तब ठण्ड बहुत अधिक थी, तब एक मकड़ी ने तुरन्त अपने जाले से उनके लिए एक कंबल तैयार कर के ओढ़ाया था। इसी पोलैण्ड के अधिकतर निवासी मकड़ियों को बहुत शुभ व समृद्धि की द्योतक मानते हैं।

* गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकाडर््स के अनुसार विश्व में अब तक का सबसे बड़ा क्रिस्मस वृक्ष 221 फुट ऊँचा था, जो डगलस फ़र द्वारा बनाया गया था। तथा उसे 1950 में अमेरिका के वाशिंग्टन राज्य के नगर सिआटल स्थित नॉर्थगेट शॉपिंग सैन्टर में प्रदर्शित किया गया था।

* विश्व का सब से बड़ा तैरने वाला क्रिस्मस वृष 278 फुट ऊंचा है जो ब्राज़ील के महानगर रीयो डी जनेयरो में है।

* एक क्रिस्मस वृक्ष को विकसित होने में कम से कम 10 से 15 वर्ष लग जाते हैं।

* अमेरिका में क्रिस्मस वृक्ष 1850 में बिकने प्रारंभ हुए थे, 1895 में इन्हें पहली बार बिजली के बल्बों से सजाया गया था।

* 1962 में अमेरिका में पहली बार क्रिस्मस का डाक टिक्ट जारी किया गया था।

* अमेरिका के राष्ट्रपति फ्ऱैन्कलिन पीयरस ने पहली बार व्हाईट हाऊस में क्रिस्मस वृक्ष सजाने के आदेश दिए थे।

* परन्तु अमेरिका के राष्ट्रपति टैडी रूज़वैल्ट ने 1901 में व्हाईट हाऊस में क्रिस्मस व्क्ष सजाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। उन्होंने ऐसे पर्यावरणीय कारणों के चलते किया था।

* सैन्टा क्लॉस वास्तव में एक व्यक्ति थे, जिनका जन्म चौथी शताब्दी अर्थात सन् 300 के पश्चात् किसी समय आधुनिक तुर्की के नगर पतारा में हुआ था। उन्हें मायरा के सन्त निकोलस के तौर पर तथा ‘निकोलस वण्डर-वर्कर’ तथा समाइरना के बिशप सेंट निकोलस एवं बारी के निकोलस जैसे अनेक नामों से जाना जाता है। वह ऐसे एकमात्र सर्वाधिक लोकप्रिय मसीही सन्त (सेंट) माने जाते हैं, जिनका वर्णन बाईबल में कहीं पर भी नहीं मिलता, क्योंकि वह बाईबल लिखे जाने के बाद पैदा हुए थे। उन्हें बैंकिंग, यतीमों, शाही ठाठ-बाठ, खुशियां व समृद्धि, अनुशासन के प्रतीक, न्यू यार्क (अमेरिका) के संरक्षक माना जाता है।

Santa Claus * सैन्टा क्लॉस के अपनी स्लेज सहित उड़ कर जाने वाला चित्र पहली बार 1819 में प्रकाशित हुआ था तथा यह वाशिंग्टन इरविंग नामक अंग्रेज़ी के लेखक की परिकल्पना था।

* 16वीं व 19वीं शताब्दियों के बीच समस्त विश्व में तापमान काफ़ी रहा करता था, इसी लिए उस समय को ‘छोटा बर्फ़ युग’ भी कहा जाता है। अंग्रेज़ी के साहित्यकार चार्ल्स डिकन्स भी उसी समय के दौरान ही हुए हैं। सफ़ेद व बर्फ़ से ढंका हुआ क्रिस्मस उन्हीं की साहित्यक रचनाओं में सब से पहले पढ़ने को मिला था।

* नॉर्वे देश की राजधानी औसलो के लोग हर वर्ष इंग्लैण्ड के लोगों को लन्दन के ट्राफ़लगर स्कुएर में आकर एक क्रिस्मस वृक्ष उपहार स्वरूप देते हैं। वह ऐसा आभार प्रकट करने के लिए करते हैं, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) के दौरान इंग्लैण्ड ने ही जर्मनी तानाशाह से नॉर्वे की रक्षा की थी।

* कैनेडा के राज्य नोवा स्कौशिया विश्व में क्रिस्मस वृक्षों को सब से बड़ा निर्यातक है। दुनिया के अधिकतर कोनों में यह वृक्ष वहीं से तैयार हो कर जाते हैं। अमेरिका में यह वृक्ष कैलिफ़ोर्निया, औरेगॉन, मिशीगन, वाशिंग्टन, विस्कौनसिन, पैनसिलवानिया एवं नॉर्थ कैरोलाइना जैसे राज्यों सब से अधिक फलते-फूलते हैं तथा वहीं से देश के सभी 50 राज्यों व विश्व के अन्य भागों में सप्लाई होते हैं।

* क्रिस्मस के तीन पारंपरिक रंग हरा, लाल एवं सुनहरी होते हैं। हरा रंग जीवन व यीशु मसीह के द्वारा मनुष्य के पुर्नजन्म का प्रतीक होता है तथा लाल रंग यीशु मसीह के लहू तथा सुनहरी रंग धन-दौलत व शानो-शौकत को दर्शाता है।

* सैन्टा क्लॉस द्वारा क्रिस्मस के सुअवसर पर प्रायः जुराबों में उपहार डाल कर बच्चों में बांटने की परंपरा रही है। विश्व में ऐसी उपहारों वाली सब से बड़ी जुराब 106 फुट, 9 इन्च लम्बी व 49 फुट 1 इन्च चौड़ी थी। उसका भार पांच रेण्डियरों के बराबर था तथा उसमें 1,000 के लगभग उपहार थे। इसे 14 दिसम्बर, 2007 को इंग्लैण्ड की राजधानी लन्दन स्थित ‘चिल्डर्न’ज़ सोसायटी’ द्वारा तैयार किया गया था।

* जुराबों में उपहार भरने का रिवाज भी सैन्टा क्लॉस के साथ ही जुड़ा हुआ है। इसके पीछे असल कहानी यह है कि पहली बार तीन बहनों को क्रिस्मस के सुअवसर पर जुराबों में उपहार मिले थे, जो बहुत निर्धन थीं। इतनी निर्धन कि उनके पास दहेज देने के लिए भी कुछ नहीं था, इसी लिए उन्हें वेश्यावृत्ति से अपना पेट पालना पड़ता था। उस समय समाइरना के धनवान बिशप सेंट निकोलस उन तीनों बहनों के घर में चिमनी से नीचे उतरे थे तथा चुपके से उनकी जुराबें सोने के सिक्कों से भर दी थीं।

* सैन्टा क्लॉस को बहुत से बच्चे पत्र लिखते हैं कि उन्हें इस बार कौन सा उपहार चाहिए। अधिकतर पश्चिमी देशों में सैन्टा क्लॉस को लिखे जाने वाले पत्रों हेतु डाक ज़िप कोड - एच0एच 0एच0 रखा गया है। प्रत्येक वर्ष करोड़ों पत्र इसी कोड के नाम से डाले जाते हैं। कैनेडा के कुछ डाक घरों में तो ऐसे पत्रों के उत्तर देने का कार्य भी एक बार आरंभ किया था।

* सैन्टा क्लॉस का हाथ से बनाया जो चित्र सब से अधिक विश्व में प्रचलित है वह वास्तव में चित्रकार ऑरेलियन सैले ने बनाया था।

* सैन्टा क्लॉस से पहले आठ टांगों वाले वाले घोड़े की काल्पनिक कथा प्रचलित थी, जो ज़रूरतमन्दों के लिए उपहार लेकर आया करता था। उसे कुछ लोग वाइकिंग या स्लीपनिर देवता मानते थे। यह घोड़ा ऑडिन नामक एक व्यक्ति के पास होता था। वही सर्दियों के मौसम में बच्चों को उपहार बांटता था। वह घोड़ा तब बुरे लोगों को दण्ड भी देता था।

* क्रिस्मस के सुअवसर पर आम तौर पर ‘जिंगल बैल्स’ गीत गाने का रिवाज है, इसे अमेरिकी राज्य मासाशुसैट्स के जेम्स पीयरपौन्ट ने पहली बार कम्पोज़ किया था। यह भी बताते चलें कि यह क्रिस्मस के लिए नहीं, अपितु ‘थैंक्स-गिविंग डेअ’ (शुक्राना दिवस) के लिए लिखा गया था। ‘थैंक्स-गिविंग डेअ’ अमेरिका में प्रत्येक वर्ष नवम्बर माह के चौथे बृहस्पतिवार को मनाया जाता है। यह पर्व 1789 से मनाया जा रहा है, जब अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंग्टन ने शपथ ली थी। 1863 में इसे केन्द्रीय अवकाश घोषित कर दिया गया था एवं राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने इसे राष्ट्रीय दिवस भी घोषित किया था।

Christmas Card * कोका कोला विश्व की पहली ऐसी कंपनी है, जिसने सैंटा क्लॉस के चित्रों को सर्द ऋतु के दौरान अपने उत्पादों को प्रोत्साहित करने हेतु इस्तेमाल किया था।

* इंग्लैण्ड में ऐसा कानून है, जिसके अनुसार क्रिस्मस के अवसर अर्थात 25 दिसम्बर को प्रत्येक व्यक्ति/नागरिक के लिए हर हालत में चर्च जाना आवश्यक है। यह भी कानून है कि आप किसी वाहन पर चर्च नहीं जा सकते। यह कानून केवल कागज़ों में ही लागू है, पर उसे मानता कोई नहीं है।

* क्रिस्मस के अवसर पर अकेले अमेरिका में प्रत्येक वर्ष 300 करोड़ क्रिस्मस कार्डों का आदान-प्रदान होता है।

* विश्व में दो टापू ऐसे हैं, जिनका नाम ‘क्रिस्मस’ है। इनमें से एक तो प्रशान्त महासागर में तथा दूसरा हिन्द महासागर में है।

* गुआटेमाला देश में क्रिस्मस के उपहारों का आदान-प्रदान नव-वर्ष तक नहीं किया जाता।

* 1843 में पहली बार सर हैनरी कोल नामक एक जन-सेवक ने लन्दन में क्रिस्मस कार्डों की बिक्री की थी।

Mehtab-Ud-Din


-- -- मेहताब-उद-दीन

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