पवित्र ‘बाईबल’ के कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य (16-30)
16.
पवित्र बाईबल में 3,000 से भी अधिक नीति वचन दर्ज हैं और यह सभी केवल ‘नीति वचन’ पुस्तक में ही नहीं हैं, अपितु और भी कई स्थानों पर लिखे गए हैं। और यह भी माना जाता है कि उनमें से अधिक नीति-वचन बादशाह सुलेमान द्वारा ही लिखित हैं।
17. पवित्र बाईबल का प्रथम शब्द ‘आदि’ और अन्तिम शब्द ‘आमीन’ है।
18. विश्व में प्रत्येक मिनट में पवित्र बाईबल की 50 प्रतियां बिक जाती हैं और एक वर्ष में 10 करोड़।
19. मूल रूप में बाईबल तीन भाषाओं - हिब्रू, अरामिक एवं कोयने यूनानी भाषाओं में लिखी गई थी परन्तु इस का अनुवाद दुनिया की लगभग सभी भाषाओं में हो चुका है।
20. पवित्र बाईबल में कुत्तों का वर्णन 14 बार और शेर का वर्णन 55 बार आया है।
21. पवित्र बाईबल की सब से पुरानी हस्त-लिखित पांडुलिपि (मैनुस्क्रिप्ट) ‘‘कोडैक्स वैटिकन्स’’ है, जिसे अब वैटिकन लाईब्रेरी में रखा गया है।
22. पवित्र बाईबल में केवल तीन स्थानों (प्रेरितों के काम 11ः26, 26ः28 तथा 1 पतरस 4ः16) पर शब्द ‘क्रिस्चियन’ का प्रयोग हुआ है।
23. पवित्र बाईबल में ‘एस्तेर’ एवं ‘श्रेष्ठ गीत’ (पुराना नियम) ही दो ऐसी पुस्तकें है, जिनमें शब्द ‘परमेश्वर’ या ‘यहोवा’ का प्रयोग एक बार भी नहीं हुआ।
24. पवित्र बाईबल की कुल 66 पुस्तकों के कुल 1,189 अध्याय एवं 31,373 आयतें हैं। पुराने नियम के 929 अध्याय हैं, जबकि नए नियम के 260 अध्याय हैं। यह आंकड़े ‘किंग जेम्स’ संस्करण के आधार पर हैं।
25. ‘किंग जेम्स’ की बाईबल में पुराने नियम (अंग्रेज़ी) के कुल 27 लाख 28 हज़ार, 100 अक्षर एवं 5 लाख 92 हज़ार 439 शब्द हैं, जबकि नए नियम में कुल 8 लाख 38 हज़ार 380 अक्षर एवं 1 लाख 81 हज़ार 253 शब्द हैं। इस प्रकार पवित्र बाईबल में कुल अक्षरों की संख्या 35 लाख 66 हज़ार 480 तथा शब्दों की संख्या 7 लाख 73 हज़ार, 692 है।
26. पवित्र बाईबल में सब से लम्बा वाक्य (लाईन या सैन्टैंस) ‘एस्तेर’ की पुस्तक के 8वें अध्याय की 9वीं आयत है; जिसमें 425 अक्षर व 89 शब्द हैं।
27. पवित्र बाईबल में सब से लम्बा शब्द ‘महेर्शालाल्हाशबज’ है, जो पुराने नियम की पुस्तक ‘यशायाह’ के 8वें अध्याय की पहली आयत में विद्यमान है।
28. पवित्र बाईबल का मध्य पुस्तक ‘भजन संहिता’ का अध्याय 118वां बाईबल माना जाता है, जिससे पहले 594 अध्याय हैं तथा उसके पश्चात् भी 594 अध्याय हैं।
29. पवित्र बाईबल का वास्तविक मध्य ‘भजन संहिता’ के 118वें अध्याय की आयत 8 है, जे कुछ यूं है - ‘‘यहोवा की शरण लेनी, मनुष्य पर भरोसा रखने से उत्तम है।’’
30. पवित्र बाईबल की पुस्तक ‘ओबद्याह’ पुराने नियम की सब से छोटी परन्तु संपूर्ण बाईबल में तीसरी सब से छोटी पुस्तक है। इसकी 21 आयतें हैं, जिनमें 602 शब्द हैं।
क्रमशः
-- -- मेहताब-उद-दीन -- [MEHTAB-UD-DIN]
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